हमारी रसोई में मसाले सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि कई बार सेहत का खज़ाना भी होते हैं। छोटी इलायची जहाँ चाय और मिठाई में खुशबू देती है, वहीं उसकी बड़ी बहन बड़ी इलायची (काली इलायची) स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है। आयुर्वेद में इसे दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है और अब शोध भी बताते हैं कि यह डायबिटीज़ और दिल की बीमारियों में मददगार हो सकती है।
डायबिटीज़ में कैसे असर करती है?
डायबिटीज़ में शरीर या तो इंसुलिन नहीं बना पाता, या बनी हुई इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता। इससे खून में शुगर का स्तर बढ़ जाता है।
बड़ी इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में जमा तनाव (ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस) को कम करते हैं। यही तनाव इंसुलिन को कमजोर कर देता है। जब इंसुलिन सही काम करने लगे तो शुगर लेवल भी काबू में रहता है। रिसर्च बताती है कि सही मात्रा में बड़ी इलायची खाने से खाली पेट और खाने के बाद दोनों समय शुगर लेवल बेहतर हो सकता है।
दिल के लिए फायदेमंद
डायबिटीज़ और दिल की बीमारियाँ अक्सर साथ-साथ बढ़ती हैं। ज्यादा शुगर से नसें और धमनियाँ कमजोर हो जाती हैं।
बड़ी इलायची इसमें मदद करती है –
कोलेस्ट्रॉल कम करती है: यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स को घटा सकती है।
सूजन घटाती है: इसके गुण नसों की सूजन कम करके खून का बहाव ठीक रखते हैं।
इस तरह यह डायबिटीज़ वालों में दिल की बीमारी का खतरा घटा सकती है।
सेवन का तरीका
बड़ी इलायची के बीज पीसकर पाउडर बना लें।दिन में एक या दो बार आधा से एक ग्राम (चुटकी भर) पाउडर लें।इसे गुनगुने पानी, दूध, चाय, दही या दाल-सब्ज़ी में मिलाकर खा सकते हैं।
ध्यान रहे – यह कोई जादुई इलाज नहीं है। फायदे तभी मिलेंगे जब आप संतुलित खाना, नियमित व्यायाम और डॉक्टर की दवा साथ में लेते रहेंगे।
सावधानियाँ
ज्यादा खाने से एसिडिटी या पेट में जलन हो सकती है।
पित्त की पथरी वाले लोग इसे खाने से पहले डॉक्टर से पूछें।गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ भी सावधानी बरतें।
निष्कर्ष
बड़ी इलायची सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाती, बल्कि डायबिटीज़ और दिल की सेहत के लिए भी सहायक है। यह शुगर लेवल कंट्रोल करने और दिल को मजबूत रखने में मदद कर सकती है। लेकिन इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। याद रखें – दवा, सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली ही असली इलाज हैं।
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