रात का खाना छोड़ना और शाम 4 बजे के बाद उपवास: फायदे और नुकसान | Expert Tips

रात का खाना छोड़ना और शाम 4 बजे के बाद उपवास: फायदे और नुकसान
रात का खाना छोड़ने के फायदे
वजन घटाने में मदद
हम सबने वह कहावत सुनी है – “सुबह का नाश्ता राजा की तरह, दोपहर का भोजन राजकुमार की तरह और रात का खाना गरीब की तरह करो।”
लेकिन आजकल एक नया ट्रेंड चल रहा है – रात का खाना पूरी तरह छोड़ देना या फिर शाम 4 बजे के बाद कुछ भी न खाना। इसे लोग अर्ली इवनिंग फास्टिंग या इंटरमिटेंट फास्टिंग  का हिस्सा मानते हैं।

सोशल मीडिया पर कई फिटनेस इन्फ्लुएंसर और सेलिब्रिटी इसे वजन घटाने का आसान तरीका बताते हैं। लेकिन क्या वाकई यह तरीका सेहतमंद है? आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान, ताकि आप खुद फैसला ले सकें।

क्या है यह तरीका?
दरअसल, इस डाइट में शाम 4 बजे के बाद कुछ भी नहीं खाया जाता। मतलब, आपका शरीर लगभग 14–16 घंटे तक उपवास करता है। माना जाता है कि इस दौरान शरीर खुद की मरम्मत करता है, इंसुलिन लेवल नियंत्रित होता है और जमा फैट का इस्तेमाल ऊर्जा के लिए करने लगता है।
संभावित फायदे
1. वजन घटाने में मदद-अगर शाम के बाद आप कैलोरी लेना बंद कर दें तो दिनभर का कैलोरी इनटेक कम हो जाता है। यही कमी वजन घटाने में मदद करती है।
2. पाचन को आराम-रात में खाना न खाने से पाचन तंत्र को लंबे समय तक आराम मिलता है। कई लोग सुबह हल्का और एनर्जेटिक महसूस करते हैं।
3. ब्लड शुगर और इंसुलिन में सुधार-उपवास के दौरान इंसुलिन लेवल नीचे रहता है, जिससे शरीर आसानी से फैट को तोड़ पाता है। यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है (लेकिन डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है)।
4. सेल रिपेयर-फास्टिंग के दौरान ऑटोफैजी नाम की प्रक्रिया होती है, जिसमें शरीर पुरानी कोशिकाओं की सफाई करता है और नई कोशिकाओं का निर्माण बढ़ाता है।
नुकसान और जोखिम
1. पोषण की कमी-दिन के कुछ घंटों में ही सभी पोषक तत्व लेना मुश्किल हो जाता है। इससे विटामिन, मिनरल और प्रोटीन की कमी हो सकती है।
2. मेटाबॉलिज्म पर असर-लंबे समय तक उपवास रखने से शरीर ऊर्जा बचाने के लिए मेटाबॉलिज्म धीमा कर देता है। इससे वजन घटने की बजाय बढ़ भी सकता है।
3. नींद और एनर्जी पर असर-भूखे पेट सोना सबके लिए आसान नहीं होता। नींद खराब हो सकती है और सुबह थकान महसूस हो सकती है।
4. मसल्स लॉस-अगर प्रोटीन की मात्रा कम हो तो शरीर फैट के साथ-साथ मांसपेशियां भी तोड़ने लगता है।
5. खाने के विकार-इतना सख्त नियम खाने की आदतों को बिगाड़ सकता है। कई लोग दिनभर कम खाने के बाद ज्यादा खाने लगते हैं।
6. हॉर्मोनल समस्या-खासतौर पर महिलाओं में लंबे समय तक कैलोरी की कमी से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।

एक्सपर्ट की राय – करें या न करें?
डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट मानते हैं कि यह तरीका सबके लिए नहीं है। अगर आप इसे आज़माना चाहते हैं                तो इन बातों का ध्यान रखें:-
बिना डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह के शुरू न करें।अपने खाने में प्रोटीन, हेल्दी फैट और हरी सब्ज़ियों को शामिल करें।पानी और हर्बल ड्रिंक्स लेते रहें ताकि डिहाइड्रेशन न हो।अगर आपको चक्कर, थकान या सिरदर्द हो तो तुरंत यह डाइट छोड़ दें।

निष्कर्ष:-शाम 4 बजे के बाद खाना छोड़ना वजन घटाने का एक तरीका हो सकता है, लेकिन यह जादुई उपाय नहीं है। असली सेहत इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या खा रहे हैं, सिर्फ कब खा रहे हैं उस पर नहीं।
अगर आप हेल्दी और संतुलित डाइट लेते हैं, समय पर सोते हैं और नियमित व्यायाम करते हैं, तो धीरे-धीरे वजन अपने आप संतुलित हो जाएगा।

याद रखें – सेहत एक मैराथन है, स्प्रिंट नहीं। जल्दी परिणाम पाने के चक्कर में अपनी सेहत से समझौता न करें।
नोट: यह जानकारी केवल ज्ञान के उद्देश्य से दी गई है। किसी भी नई डाइट या फास्टिंग को शुरू करने से पहले हमेशा डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लें।

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